इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन फॉर्म दाख़िल किया. इस मौके पर एनडीए के कई नेता और मुख्यमंत्री उनके साथ मौजूद थे.
उस दौर more info में नृत्य भी क्यों पीछे रहता? नूर बाई का पहले ज़िक्र आ चुका है.
ख़ुद औरंगज़ेब ने अपनी कट्टर सोच, कठोर प्रशासन और बिना वजह सेना बढ़ाने से तख़्त के पांव में दीमक लगाना शुरू कर दी थी.
पहलाः हिंदुस्तान सैन्य लिहाज़ से कमज़ोर था. दूसराः माल और दौलत से भरा हुआ था.
जटायु की मृत्यु नाटिका में करुण रस का उच्चतम बिंदु
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हीरो बनने के लिए जानबूझकर एमबीबीएस एग्जाम में फेल हुआ था ये एक्टर
उत्तराखंड युवाओं के सपनों को पंख लगा रही धामी सरकार, पर्यटन की संभावना देख दिया जा रहा पैराग्लाइडिंग का मुफ्त प्रशिक्षण
यानी दस लाख पचास हज़ार करोड़ रुपए. ये मानवीय इतिहास की सबसे बड़ी सशस्त्र डकैती थी.
ढाई घंटे हवा में चक्कर लगाकर इमरजेंसी लैंडिंग करने वाले विमान के पायलट और क्रू की इतनी चर्चा क्यों?
उसका रुख आधा मील दूर चांदनी चौक में मौजूद रोशनउद्दौला मस्जिद की ओर था. मस्जिद के बुलंद सहन में खड़े हो कर उसने तलवार म्यान से निकाल ली."
इस एक्ट को टीवी पर नहीं दिखाया गया और अंतिम क्षणों में श्याम रंगीला को कुछ और करने को कहा गया.
उन्हें निज़ामुद्दीन औलिया की मज़ार में अमीर ख़ुसरो के बराबर में दफ़न किया गया.
‘उसका कॉल आया था…’, जिम मालिक हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर हाशिम बाबा का बड़ा खुलासा, सुनकर चौंकी पुलिस